रात में दूध में घी मिलाकर पीएं, शारीरिक कमजोरी दूर होने के साथ मिलेंगे कई अन्य फायदे

रात में दूध में घी मिलाकर पीएं, शारीरिक कमजोरी दूर होने के साथ मिलेंगे कई अन्य फायदे

सेहतराग टीम

आज के समय में कई ऐसी चीजें हैं जिनका सेवन सेहत के लिए लाभकारी होता है। जैसे- दूध में घी मिलाकर पीने से सेहत को कई फायदे होते हैं। आयुर्वेद में भी इसे काफी लाभकारी बताया गया है। खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है जिनके जोड़ों और पेट में दर्द हो। दरअसल, गाय का घी एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है। साथ ही इसमें एंटी-बैक्‍टीरियल और एंटी-फंगल गुण भी पाए जाते हैं।

पढ़ें-   करिए इंटरमिटेंट फास्टिंग, भरपेट खाना भी खाएं और वजन भी घटाएं

शरीर के लिए इस तरह से फायदेमंद है दूध और घी का सेवन  

जोड़ों के दर्द को ठीक करने में सहायक

जिन लोगों को जोड़ों में दर्द की समस्या हमेशा बनी रहती है। उनके लिए दूध और घी का सेवन करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इससे न सिर्फ जोडों का दर्द ठीक होता है बल्कि शरीर की हड्डियां और मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। 

पाचन प्रक्रिया को दुरूस्त बनाता है

दूध में गाय का घी डालकर पीने से पाचन शक्ति मजबूत होती है। इसके सेवन से पाचन संबंधित सभी एंजाइम से स्त्राव बढ़ता है, जिससे पाचन मजबूत होता है। जिनके पेट में कब्ज की समस्या है, उनके लिए इससे बढ़िया आयुर्वेदिक औषधि और कोई नहीं हो सकती है। 

त्वचा का निखार बढ़ाता है

दूध और घी के एकसाथ नियमित सेवन करने से त्वचा की झुर्रियां दूर हो जाती हैं। साथ ही त्वचा के दाग धब्बे भी मिट जाते हैं। इसके अलावा अगर आप गाय का दूध और गाय के घी का सेवन करते हैं तो इससे कई शारीरिक फायदे होते हैं।  

शारीरिक मजबूती देता है 

अगर आपको हर छोटे-छोटे काम करने पर भी शरीर में कमजोरी महसूस हो रही है तो ऐसे में दूध और घी एक बेहतर विकल्प हो सकता है। दूध और घी को एकसाथ मिलाकर पीने से थकान दूर हो जाती है। साथ ही शरीर का स्टैमिना भी बढ़ जाता है, इसलिए रोज दूध में गाय का घी डालकर इसका सेवन करना चाहिए।

इसे भी पढ़ें-

इन चीजों को खाने से आप गर्मियों में कई बीमारियों से बचे रहेंगे

 

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।